The world's highest railway bridge: चिनाब ब्रिज अब तैयार, जानिए क्या है इसकी खासियतें

भारत के इंजीनियरिंग इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है। जम्मू-कश्मीर की वादियों में बना ‘चिनाब ब्रिज’ अब पूरी तरह से तैयार है और यह दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज बन गया है।
🔹 चिनाब ब्रिज: ऊंचाई में बना इतिहास
यह ब्रिज चिनाब नदी पर बना है और इसकी विशेषताएं किसी अजूबे से कम नहीं:
🌍 दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज
📏 ऊंचाई: नदी से 359 मीटर ऊपर — यानी एफिल टावर से 35 मीटर ऊँचा!
📐 लंबाई: लगभग 1,315 मीटर (1.3 किलोमीटर)
⚙️ 30,000 टन स्टील का उपयोग
🌪️ 260 km/h की हवा को झेलने की क्षमता
🏗️ भूकंप ज़ोन-V में भी पूरी तरह से टिकाऊ
⚽ आधा फुटबॉल मैदान जितनी चौड़ी नींव

🔹 अंजी ब्रिज: संतुलन की मिसाल
चिनाब ब्रिज के साथ-साथ अंजी ब्रिज भी एक आधुनिक चमत्कार है जो भारत की इंजीनियरिंग दक्षता को दर्शाता है।
🏗️ कुल लंबाई: 725.5 मीटर
🗼 सेंट्रल पायलन की ऊँचाई: 193 मीटर (नींव से)
🧵 96 स्टे केबल्स: 2 × (24 + 24) डिज़ाइन
इस ब्रिज का पूरा भार एक मात्र केंद्रीय पिलर पर संतुलित है, जो इसे विश्वस्तरीय बनाता है।
🔍 क्यों है ये ब्रिज इतने खास?
इन दोनों ब्रिजों ने भारत को वैश्विक स्तर पर इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में मजबूती दी है। ये न केवल तकनीकी कौशल की मिसाल हैं, बल्कि जम्मू-कश्मीर को देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने में अहम भूमिका निभाएंगे।
“ये पुल केवल स्टील और कंक्रीट का ढांचा नहीं हैं, ये भारत के आत्मनिर्भर और आधुनिक राष्ट्र बनने की दिशा में मजबूत कदम हैं।”
चिनाब और अंजी ब्रिज न सिर्फ यात्रियों को सुरक्षित और तेज़ यात्रा का अनुभव देंगे, बल्कि देश की इंजीनियरिंग प्रतिभा को दुनिया के सामने रखने का मंच भी बनेंगे।